Wednesday, January 30, 2019

एक्स बॉयफ्रेंड ने की दोबारा बात करने की जिद तो GF ने मांगे 10,000 रुपए!

सोशल मीडिया पर मैनचेस्टर की एक महिला की पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है. महिला का धोखेबाज एक्स उससे फिर से बात करना चाहता था लेकिन महिला ने बात करने के लिए एक अनोखी शर्त रख दी.

महिला का दावा है कि उसने अपने धोखेबाज एक्स से दोबारा से बात करने के लिए £100 मांगे.

टोनी ऑस्बॉर्न ने नाथन के साथ तीन साल पहले ब्रेक अप कर लिया था. महिला के मुताबिक, उसके बॉयफ्रेंड ने उसके साथ रिश्ता खत्म करने से पहले उसे धोखा दिया था.

मैनचेस्टर की 19 वर्षीय टोनी ने सोशल मीडिया पर खुलासा किया कि उसका एक्स उससे दोबारा बात करने के लिए गिड़गिड़ा रहा था.

उसने ट्विटर पर अपने फॉलोअर्स के साथ अपनी बातचीत का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया. महिला ने पोस्ट का कैप्शन दिया, मैंने अपने एक्स को रिप्लाई करने के लिए £100 देने के लिए कहे और उसने वास्तव में पैसे भेज दिए.

पहले स्क्रीनशॉट में दिखता है कि नाथन महिला से बात करने के लिए गुजारिश कर रहा है- जो कुछ भी करना पड़े, करूंगा...

टोनी ने नाथन को जवाब दिया कि वह उससे तभी बात करेगी जब वह उसे £100 ट्रांसफर करेगा.

नाथन ने तुरंत जवाब दिया, ठीक है, बिल्कुल झूठ नहीं, मुझे अपना बैंक अकाउंट नंबर दो..

महिला ने अकाउंट नंबर भेजा और उसके बाद कहा कि तुम तो अब खामोश हो गए. एक्स ने तुरंत रिप्लाई किया- मैं भेज रहा हूं. इसके बाद टोनी के बैंक अकाउंट ऐप में £100 जमा होने का मैसेज आ गया.

टोनी की पोस्ट वायरल हो गई है और अब तक उस पर 23000 से ज्यादा लाइक्स आ चुके हैं.

हालांकि, महिला ने इस पर सस्पेंस ही रखा कि पैसे लेने के बाद उसने नाथन से बात की या नहीं लेकिन टोनी ने यह क्लियर करना चाहा कि नाथन के लिए किसी भी तरह की सहानुभूति ना रखी जाए.

पोस्ट पर कॉमेंट करते हुए टोनी ने लिखा, हर कोई यह बात जान ले कि इसी शख्स ने मुझे 3 साल पहले धोखा देकर छोड़ दिया था, तो ये उसकी क्षतिपूर्ति है...

इस पोस्ट के बाद कई लोग टोनी के मुरीद हो गए. कुछ लोगों ने कहा कि उसे ज्यादा पैसे मांगने चाहिए थे तो कुछ ने अपने बॉयफ्रेंड को टैग करते हुए कहा कि अगर मैं तुम्हारे साथ ऐसा करती तो अब तक करोड़पति हो चुकी होती.

Tuesday, January 22, 2019

बिहार में सीट बंटवारे पर पेच, 12-8 के फेर में फंसी कांग्रेस

लोकसभा चुनाव 2015 में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए को बिहार में मात देने के लिए कांग्रेस, आरजेडी सहित कई छोटे दलों ने मिलकर महागठबंधन बना लिया है. प्रदेश में एनडीए के सहयोगी दलों के बीच सीट शेयरिंग तय है, जबकि महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर पेच फंसा हुआ है. अभी तक कोई फार्मूला सामने नहीं आया है.

बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से आरजेडी कम से कम 20 सीटें अपने पास रखना चाहती है. बाकी बची सीटों को सहयोगी दलों के लिए छोड़ रही है. वहीं, कांग्रेस 12 सीटें मांग रही है पर आरजेडी उसे महज 8 सीटें ही देना चाहती है. हालांकि आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने सहयोगी दलों के नेताओं के साथ मुलाकात के बाद ही तय कर दिया था कि 14 जनवरी मकर संक्रांति के बाद सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया जाएगा, लेकिन कांग्रेस के 12 सीटों की डिमांड के बाद मामला अभी तय नहीं हो सका.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 3 फरवरी को बिहार में पटना के गांधी मैदान से 2019 लोकसभा का चुनावी बिगुल फूकेंगे. माना जा रहा है कि राहुल के बिहार दौरे के बाद ही महागठबंधन के सीट शेयरिंग की औपचारिक घोषणा की जा सकती है.

दरअसल कांग्रेस बिहार में 2014 के लोकसभा चुनाव में 12 संसदीय सीटों पर चुनावी मैदान में उतरी थी और 2 सीटें जीतने में सफल रही थी. यही वजह है कि कांग्रेस इस बार भी 12 सीटों पर दावा ठोक रही है. आरजेडी पिछले लोकसभा चुनाव में 27 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और 4 सीटें जीती थी. हालांकि आरजेडी का तर्क है कि इस बार कई अन्य दल महागठबंधन का हिस्सा बने हैं. ऐसे में दोनों पार्टियों को समझौते करने होंगे.

दरअसल महागठबंधन में कांग्रेस और आरजेडी के अलावा आरएलएसपी अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा, वीआईपी अध्यक्ष मुकेश साहनी, हम (सेकुलर) के अध्यक्ष तथा पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय जनतांत्रिक दल के शरद यादव और वामपंथी सीपीआई (एमएल लिबरेशन) शामिल हैं. इसके अलावा राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के भी शामिल होने की बात भी कही जा रही है.

एनडीए से नाता तोड़कर महागठबंधन का हिस्सा बने उपेंद्र कुशवाहा 5 लोकसभा सीटें मांग रहे हैं, लेकिन माना जा रहा है कि उनके कोटे में 4 सीटें आ सकती है. वहीं, शरद यादव भी 3 सीटों की डिमांड कर रहे हैं, पर उन्हें मधेपुरा सीट से संतोष करना पड़ सकता है. इसके अलावा मांझी भी 3 सीटों पर अड़े हुए हैं, लेकिन उन्हें भी 1 ही सीट मिल सकती है.

हाल ही में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बसपा अध्यक्ष मायावती से मुलाकात की है. ऐसे में माना जा रहा है कि बसपा को भी बिहार में महागठंधन का हिस्सा बनाया जा सकता है. इस तरह कम से कम एक सीटें बसपा के खाते में जाना तय है. इसी तरह से लेफ्ट को एक और एक सीट मुकेश साहनी को दी जा सकती है. 

Thursday, January 10, 2019

चेहरे से कंट्रोल हो जाएगी व्हीलचेयर, जीभ निकालकर या मुस्कुराकर रोक सकेंगे

अमेरिका के लास वेगास में चल रहे कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक शो (सीईएस) में एक ऐसी किट पेश की गई है, जिसकी मदद से किसी मोटराइज्ड व्हीलचेयर को चेहरे के हाव-भाव के जरिए नियंत्रित किया जा सकेगा। यह किट ब्राजील की रोबोटिक्स कंपनी हूबॉक्स ने इंटेल के साथ मिलकर तैयार की है। इसमें इंटेल की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित फेशियल रिकग्निशन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। किट का नाम 'व्हीली 7' रखा गया है, जिसे चेहरे के 10 अलग-अलग एक्सप्रेशन के जरिए नियंत्रित किया जा सकता है।

कंपनी के मुताबिक, इससे उन लोगों को मदद मिलेगी, जो व्हीलचेयर में लगी मोटर को अपने हाथों से नियंत्रित नहीं कर सकते। कंपनी ने बताया कि जीभ निकालकर या किसी भी तरह के फेशियल एक्सप्रेशन से व्हीलचेयर को नियंत्रित किया जा सकता है। इस किट का फिलहाल प्रोटोटाइप पेश किया गया है, इसलिए इसकी कीमत के बारे में कंपनी ने कोई जानकारी नहीं दी है।

10 तरह के हावभाव पहचान सकेगी व्हीलचेयर किट
इंटेल ने सीईएस के दौरान लास वेगास कन्वेंशन सेंटर में अपनी इस व्हीलचेयर किट का डेमो दिया, जिसमें दिखाया कि अलग-अलग दिशाओं में व्हीलचेयर को नियंत्रित करने के लिए 10 तरह के हावभाव का इस्तेमाल किया जा सकता है। इंटेल के मुताबिक, चेहरे के हावभाव से ही व्हीलचेयर को चला भी सकते हैं और रोक भी सकते हैं। इंटेल ने बताया कि, ये पूरा सिस्टम एक ऐप की मदद से संचालित होता है। इससे व्हीलचेयर की रफ्तार तय की जा सकती है। व्हीलचेयर को अलग-अलग दिशाओं में ले जाने के लिए चेहरे के अलग-अलग हावभाव को रिकॉर्ड किया जा सकता है।

इंटेल की 3 तकनीकों का हुआ इस्तेमाल
इसमें इंटेल के 3डी इंटेल रियलसेंस डेप्थ कैमरा SR300, इंटेल कोर प्रोसेसर और ओपनवीनो टूलकिट का इस्तेमाल किया गया है। व्हीलचेयर को नियंत्रित करने के लिए यूजर 10 चेहरे के हावभाव को चुन सकते हैं। जैसे- हंसकर, जीभ निकालकर, चेहरे को हिलाकर और आंख मटकाकर व्हीलचेयर को चला सकते हैं, रोक सकते हैं या मोड़ सकते हैं।

चीनी कंपनी श्याओमी ने अपने रेडमी सब-ब्रांड के तहत नया स्मार्टफोन रेडमी नोट 7 गुरुवार को चीन में लॉन्च कर दिया। श्याओमी और रेडमी अब दो अलग-अलग ब्रांड हैं। इस फोन की सबसे बड़ी खासियत है इसका रियर कैमरा। इसके रियर पर ड्युअल कैमरा सेटअप दिया गया है, जिसका प्राइमरी सेंसर 48 मेगापिक्सल और सेकंडरी सेंसर 5 मेगापिक्सल का है। वहीं, इसके फ्रंट में 13 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है, जो फेस अनलॉक फीचर को भी सपोर्ट करता है।

10 दिन से ज्यादा चलेगी इसकी बैटरी
रेडमी नोट 7 में 4000mAh की बैटरी दी गई है, जो क्विक चार्ज 4 को सपोर्ट करती है। कंपनी का दावा है कि एक बार की चार्जिंग में इसकी बैटरी 251 घंटे का स्टैंडबाय टाइम दे सकती है, यानी इसकी बैटरी 10 दिन से ज्यादा चल सकती है। इसके अलावा, इसकी बैटरी से 23 घंटे का टॉकटाइम, 13 घंटे का वीडियो प्लेबैक और 7 घंटे तक गेमिंग की जा सकती है।

सिर्फ 10,300 रुपए है इसकी शुरुआती कीमत
इस फोन को कंपनी ने तीन वैरिएंट में उतारा है। पहला वैरिएंट 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज के साथ आता है जिसकी कीमत 999 युआन (करीब 10,300 रुपए) रखी गई है जबकि 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 1,199 युआन (करीब 12,400 रुपए) है। वहीं, 6 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वाले वैरिएंट को 1,399 युआन (करीब 14,500 रुपए) में उतारा गया है।